गाजीपुर। समाजवादी पार्टी (सपा) ने शुक्रवार को अपने जिला कार्यालय समता भवन में स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया। इस दौरान माल्यार्पण और विचार गोष्ठी हुई, जिसमें कार्यकर्ताओं ने नेता जी को याद किया। जिलाध्यक्ष गोपाल यादव की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में सपा नेताओं ने मुलायम सिंह की समाजवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत में सपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने मुलायम सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। सभी ने लोकतंत्र, संविधान, धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय की रक्षा का प्रण लिया। गाजीपुर के सपा सांसद अफजाल अंसारी ने इस मौके पर मुलायम सिंह को समाजवादी आंदोलन का मजबूत स्तंभ बताया।
अफजाल अंसारी ने मुलायम सिंह को बताया समाजवादी आंदोलन का प्रहरी
अफजाल अंसारी ने कहा कि मुलायम सिंह यादव, जयप्रकाश नारायण और डॉ. राममनोहर लोहिया के बाद समाजवादी विचारधारा के सबसे बड़े नेता थे। उन्होंने हमेशा कमजोर और वंचित वर्गों के हक के लिए आवाज उठाई। अंसारी ने कहा कि नेता जी ने फूलन देवी के सम्मान और बाबरी मस्जिद के मसले पर संविधान की रक्षा के लिए कड़ा रुख अपनाया। वे सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता के प्रबल समर्थक थे।
बसपा की रैली पर सपा का हमला, मायावती पर निशाना
अफजाल अंसारी ने लखनऊ में हुई बसपा रैली को लेकर तीखा तंज कसा। उन्होंने इसे “बसपा-भाजपा की संयुक्त रैली” करार दिया और मायावती के बयानों को आत्मघाती बताया। अंसारी ने कहा कि बसपा का यह रुख उनकी राजनीतिक दिशा पर सवाल उठाता है। कार्यक्रम में विधायक जै किशन साहू ने भी मुलायम सिंह को याद करते हुए कहा कि वे सत्ता के लिए नहीं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए लड़े।
गरीबों के मसीहा थे मुलायम सिंह, कार्यकर्ताओं में जोश
जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने मुलायम सिंह को गरीबों और पिछड़ों का मसीहा बताया। उन्होंने कहा कि नेता जी का दिल हमेशा गरीबों के लिए धड़कता था, और वे गरीबों के दिल में आज भी जिंदा हैं। कार्यक्रम में सपा कार्यकर्ताओं ने मुलायम सिंह के दिखाए रास्ते पर चलने और समाजवादी मूल्यों को मजबूत करने की बात कही।
यह आयोजन गाजीपुर में सपा की एकजुटता का प्रतीक रहा। कार्यकर्ताओं ने मुलायम सिंह के योगदान को याद करते हुए उनकी नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का वादा किया। इस मौके पर कई स्थानीय नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिन्होंने समाजवादी आंदोलन को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।