स्काउट एवं गाइड मुख्यालय पर अध्यापकों ने किया प्राकृतिक अध्ययन, अब बच्चों को सिखाएंगे पर्यावरण संरक्षण

बच्चों को सिखाएंगे पेड़ लगाना, पानी बचाना, और कचरा प्रबंधन

 गाजीपुर। भारत स्काउट और गाइड्स एक ऐसा संगठन है, जो आत्मनिर्भरता, सेवा और नेतृत्व की भावना पैदा करने का काम करता है। इसके प्रदेश मुख्यालय लखनऊ के सेंटर शीतला खेत अल्मोड़ा में जनपद के दो शिक्षकों ने पांच दिवसीय प्राकृतिक अध्ययन किया। अब यह शिक्षक अपने-अपने विद्यालयों सहित जनपद के अन्य विद्यालयों के बच्चों को पर्यावरण संरक्षण की शिक्षा देंगे।

उच्च प्राथमिक विद्यालय विशेश्वरगंज की शिक्षक शीला सिंह ने बताया कि इसकी स्थापना 7 नवंबर 1950 को हुई थी. तब से यह संगठन भारतीय समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। भारत स्काउट और गाइड्स की ओर से 22 से 26 जून तक प्राकृतिक अध्ययन शिविर का आयोजन उत्तर प्रदेश भारत स्काउट्स एवं गाइड्स मुख्यालय लखनऊ के प्रादेशिक प्रशिक्षण केंद्र शीतला खेत अल्मोड़ा में किया गया था। पांच दिवसीय शिविर में भारत स्काउट्स और गाइड्स के विभिन्न जनपदों के 42 शिक्षक शामिल हुए। इस कैंप में भारत स्काउट्स और गाइड्स को अभाव में भी अनुकूल रहना सिखाया गया। वहीं शीतला खेत के जंगलों में पैदा होने वाले विभिन्न वनस्पतियों सहित अन्य जीव-जंतुओं की विस्तृत जानकारी दी गई। इस दौरान शिक्षकों को पर्यावरण मित्र से सम्मानित किया गया। शिक्षक बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के विभिन्न पहलुओं जैसे कि पेड़ लगाना, पानी बचाना, और कचरा प्रबंधन के बारे में सिखाएंगे। यह कार्यक्रम बच्चों को न केवल पर्यावरण के बारे में जानकारी देगा, बल्कि उन्हें प्रकृति के प्रति प्रेम और सम्मान विकसित करने में भी मदद करेगा। यह पहल गाजीपुर में पर्यावरण संरक्षण के प्रति एक महत्वपूर्ण कदम है। उच्च प्राथमिक विद्यालय महराजगंज की शिक्षक रिंपू सिंह ने बताया कि भारत स्काउट और गाइड्स का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नैतिक, शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाना है। यह संगठन विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से युवाओं को नेतृत्व कौशल, समस्या समाधान, टीम वर्क और आत्मविश्वास विकसित करने में मदद करता है। कैंपिंग, ट्रेकिंग, सामुदायिक सेवा और खेलकूद युवाओं को चुनौतीपूर्ण और रोमांचक अनुभव प्रदान करती हैं, जिससे उनका सर्वांगीण विकास होता है। इस पहल का उद्देश्य बच्चों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें प्रकृति के प्रति जिम्मेदार बनाना है।