गाजीपुर: भारत माता के सच्चे सपूत, राष्ट्रवाद के प्रखर प्रवक्ता और एकात्म भारत के अग्रदूत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 124वीं जयंती पर गाजीपुर जिले में भारतीय जनता पार्टी द्वारा पूरे श्रद्धा, सम्मान और राष्ट्रनिष्ठा के साथ विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। यह आयोजन "डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्मृति पखवाड़ा" के समापन समारोह के रूप में 23 जून बलिदान दिवस से प्रारंभ होकर आज 6 जुलाई को सम्पन्न हुआ।
जिले के सभी 34 मंडलों में पुष्पांजलि और विचार गोष्ठियां
सभी मंडल स्तर पर डॉ. मुखर्जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इसके उपरांत उनके विचारों और योगदान पर आधारित विचार संगोष्ठियां आयोजित की गईं। इन कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने भाग लेकर डॉ. मुखर्जी के सपनों के भारत को याद किया।
नगर कार्यालय टैक्सी स्टैंड पर मुख्य संगोष्ठी
गाजीपुर नगर के भाजपा कार्यालय, टैक्सी स्टैंड पर आयोजित मुख्य संगोष्ठी में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष श्री भानु प्रताप सिंह बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा:
"डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जीवन भारतीय एकता और अखंडता का प्रतीक है। उन्होंने ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे’ का नारा देकर कश्मीर को भारत से जोड़ने का ऐतिहासिक संकल्प लिया।"
उन्होंने आगे बताया कि डॉ. मुखर्जी प्रारंभ में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर पश्चिम बंगाल से संविधान सभा के सदस्य चुने गए थे, लेकिन जब देशहित के प्रश्न पर विचारों की टकराहट हुई तो उन्होंने जनसंघ की स्थापना कर राष्ट्रवाद की नई धारा प्रवाहित की।
नव-नियुक्त कार्यकर्ताओं का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान नगर मंडल के नव नियुक्त पदाधिकारियों और शक्ति केंद्र संयोजकों का भी भव्य सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर भाजपा के नगर अध्यक्ष सुश्री प्रीति गुप्ता ने सभी कार्यकर्ताओं को संगठनात्मक दायित्वों के प्रति सजग रहते हुए राष्ट्रसेवा का संकल्प लेने को प्रेरित किया।
कार्यक्रम का संचालन श्री गिरधारी जायसवाल ने प्रभावी रूप से किया।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्यजन
इस संगोष्ठी में भाजपा के अनेक वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता एवं सामाजिक प्रतिनिधि उपस्थित रहे। प्रमुख उपस्थितजनों में शामिल रहे:
विनोद अग्रवाल (पूर्व अध्यक्ष, भाजपा नगर पालिका), साधना राय (जिला अध्यक्ष, महिला मोर्चा), किरण सिंह, करुणा श्रीवास्तव, रीमा खरवार, मीनू मौर्य, अजय गुप्ता, अजय कुशवाहा, नंदू कुशवाहा, दीपक जायसवाल, कमलेश श्रीवास्तव, अभिनव सिंह, हर्षित सिंह, गौरव श्रीवास्तव, शिवम राय, योगेश शुक्ला, रूपेश कुमार, शाश्वत सिंह, अर्जुन सेठ, हेमंत त्रिपाठी, सुनील गुप्ता, रामानुज राय, अजीत सिंह, विनीत शर्मा, विशाल चौरसिया, निर्गुण केशरी, दयाशंकर पाण्डेय सहित सैकड़ों कार्यकर्ता और नागरिक मौजूद रहे।
राष्ट्र निर्माण के प्रेरणास्रोत
कार्यक्रम में वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि डॉ. मुखर्जी का जीवन आज के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनका बलिदान राष्ट्रीय एकात्मता, संवैधानिक मूल्यों, और भारतीय संस्कृति के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
कार्यक्रम के अंत में भारत माता की जय और वंदे मातरम् के नारों के साथ उपस्थित कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रसेवा और संगठन निर्माण का संकल्प लिया।