गाज़ीपुर। जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा अफीम फैक्ट्री परिसर गाजीपुर में CISF के सहयोग से नागरिक सुरक्षा को सुदृढ़ करने एवम् जनमानस को जागरूक करने हेतु कराया गया मॉक ड्रिल । भारत सरकार के आदेश के क्रम में आज दिनांक 07.05.2025 को जनपद गाजीपुर में जिलाधिकारी गाजीपुर एवं पुलिस अधीक्षक गाजीपुर द्वारा सुरक्षा संबंधी एडवाइजरी जारी करते हुए जनमानस को जागरूक किया गया । जिला व पुलिस प्रशासन तथा CISF द्वारा संयुक्त रूप से मॉक ड्रिल के जरिए नागरिकों को युद्ध/आपात स्थिति के मद्देनजर नागरिक सुरक्षा सुदृढ़ करने हेतु बचाव का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशासन ने आपात स्थिति से निपटने के लिए अफीम फैक्ट्री कैम्पस गाजीपुर में वृहद स्तर पर विभिन्न आयामों को सम्मिलित करते हुए मॉक ड्रिल किया गया। जिसमें CISF, सिविल पुलिस, PAC,पीआरडी, एनसीसी, एनएसएस, होमगार्ड, फायर सर्विस,आपदा मित्र, भूतपूर्व सैनिक,विद्युत विभाग सहित कई संगठन और स्वयंसेवी समूहों द्वारा भाग लिया गय। यह मॉक ड्रिल युद्धकालीन/अन्य आपात परिस्थिति में नागरिकों को सुरक्षा देने, स्वयं को सुरक्षित रखने, प्राथमिक चिकित्सा देने, हवाई हमले से अलर्ट करने और बिजली आपूर्ति को तत्काल रोककर ब्लैकआउट करने जैसी रणनीतियों के बारे में विस्तार से बताया गया एवम् उसके उपरांत उसका सम्यक तरीके से अभ्यास भी कराया गया। आपात स्थिति में सायरन बजने पर क्या करना है और क्या नहीं करना है(Do's and Don'ts) की जानकारी दी गई।

क्या करें-

1. स्थानीय प्रशासन, पुलिस या सिविल डिफेंस द्वारा दिये गए निर्देशों को ध्यान से सुनें और उनका कड़ाई से पालन करें।

2. हवाई हमले या युद्ध का सायरन बजते ही तुरन्त घर के अन्दर चले जाये, नजदीकी बंकर, सुरक्षित आश्रय या पक्के मकान के बेसमेंट, बाथरूम या सीढ़ियों के नीचे शरण लें।

3. रेडियो या आधिकारिक संचार चैनल सुनते रहें।

4. ब्लैकआउट का निर्देश मिले तो घर के बाहर की सभी लाइटें बंद कर दें। यदि कमरें के अन्दर लाईट जलाना आवश्यक है तो इस प्रकार जलाये कि प्रकाश किसी भी दशा में बाहर न जाने पाये।

5. अति महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, भीड़-भाड़ के स्थलों से दूरी बनाकर रखें ये सम्भावित टारगेट हो सकते है।

6. यदि आप सिविल डिफेंस, होमगार्ड, पीआरडी, एनसीसी, एनजीओ आदि से जुड़े है तो अपनी जिम्मेदारियों को समझे तथा पड़ोसियों व समुदाय के साथ मिलकर काम करें ताकि सभी लोग सुरक्षित रहें

7. पानी, प्राथमिक चिकित्सा किट, टॉर्च, रेडियो, मोबाइल चार्जर, पावर बैंक, सूखा भोजन और जरूरी दस्तावेज हमेशा पास में रखें।

8. खिड़कियों से दूर रहें, उन्हें ढक दें।

9. बच्चों, वृद्धों, दिव्यांगों और जानवरों की भी मदद करें उन्हे अपने साथ सुरक्षित रहने दें।

10. स्कूल या डे-केयर में पढ़ने वाले बच्चों को वही रहने दे

11. यदि खुले स्थल पर है तो जमीन पर लेट जाये और अपना सिर हाथ या किसी वस्तु से ढक लें।

12. हवाई हमले की स्थिति में शांत रहे, भयभीत न हो, सुरक्षित स्थान पर रहें।

13. प्रशासनिक एजेंसियों द्वारा बताये गये सुरक्षित स्थल व रास्तों की जानकारी रखें, जरूरत पड़ने पर शीघ्र वहां पहुंचे।

14. सभी नागरिक, छात्र आदि सिविल डिफेंस प्रशिक्षण में अवश्य भाग लें तथा आसपास के लोगों को भी प्रशिक्षण हेतु प्रेरित करें।

15. सभी नागरिक, छात्र आदि निकासी योजनाओं की तैयारी और अभ्यास का भी प्रशिक्षण प्राप्त करें।

16. सायरन की आवाज सुनते ही सड़क पर वाहन साइड में लगाकर हेड लाइट व इन्डीकेटर बन्द कर दें।

क्या न करें-

1. प्रशासनिक एजेंसियों द्वारा दिये गये दिशा-निर्देशों को अनदेखा न करें।

2. खुले स्थान पर न जाये।

3. सोशल मीडिया या अनजान स्रोतों से मिलने वाली अफवाहों पर ध्यान न दें।

4. घर के बाहर प्रकाश न रहें।

5. महत्वपूर्ण व भीड़-भाड स्थलों पर जाने से बचें।

6. अपने दायित्वों/कर्तव्यों को अनदेखा न करें।

7. निर्दिष्ट वस्तुओं को अनदेखा न करें।

8. खिड़कियों को खुला न रखें।

9. किसी की भी उपेक्षा न करें।

10. जल्दवाजी (घबराहट) में बच्चों को स्कूल से लाने का प्रयास न करें।

11. खुले स्थान पर एक साथ खड़े न रहे।

12. घबराये नही तथा अफरा-तफरी से बचें।

13. असुरक्षित स्थल पर न रहें।

14. सिविल डिफेंस प्रशिक्षण के प्रति उदासीन न रहें।

15. निकलने के प्रशिक्षण से दूर न रहें।

16. वाहन चलाने से बचें।

ब्लैकआउट की स्थिति में कैसे स्थान बदले जाएं, किस दिशा में जाएं और किसे प्राथमिकता दी जाए। इन सभी पर विस्तृत प्रशिक्षण /अभ्यास किया गया । Black Out की स्थिति में क्या करना है और क्या नहीं करना है (Do's and Don'ts), के बारे में भी बताया गया।

क्या करें

1. सभी लाइटें और बिजली के उपकरण तुरंत बंद करें घर, दुकान, वाहन, मोबाइल की फ्लैशलाइट आदि।

2. इनवर्टर व जनरेटर बंद करें ताकि बाहरी रोशनी समाप्त हो सके।

3. खिड़‌कियों व दरवाज़ों के परदे बंद करें ताकि रोशनी बाहर न दिखे।

4. वाहन चला रहे हों तो तुरंत किनारे लगाकर बंद कर दें, हेडलाइट और इंडिकेटर बंद रखें।

5. सभी सदस्यों को एक जगह सुरक्षित रखें- विशेष रुप से बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों को।

6. रेडियो, मोबाइल या अन्य माध्यमों से सरकारी निर्देश सुनते रहें।

7. पड़ोसियों को भी सतर्क करें, विशेषकर अकेले रह रहे लोगों को।

8. जरूरी दवाइयाँ और टॉर्च आदि सामान पहले से तैयार रखें।

क्या न करें

1. ब्लैकआउट के दौरान किसी भी प्रकार की रोशनी जलाना , मोमबत्ती, टॉर्च, लाइटर आदि।

2. बाहर निकलकर सड़क पर घूमना या शोर मचाना।

3. वाहन चालू रखना या उसकी लाइट जलाना।

4. अफवाहें फैलाना या भ्रामक जानकारी शेयर करना सोशल मीडिया पर भी नहीं।

5. बिना आवश्यक कारण के फोन कॉल करना आपात सेवाओं की लाइन व्यस्त न करें।

6. किसी भी संदिग्ध वस्तु को छूना या उठाना।

7. सामूहिक रूप से इकट्ठा होना या भीड़ लगाना।

8. सरकारी निर्देशों की अनदेखी करना।

छात्रों को भी इस मॉक ड्रिल में शामिल किया गया ताकि वह अपने संपर्क के व्यक्तियों और सोसायटी को भी जागरूक कर सकें तथा आने वाली पीढ़ी को भी आपदा प्रबंधन का व्यावहारिक ज्ञान हो सके। इस अवसर पर GM अफीम फैक्ट्री, CISF के AC विजय गुप्ता एवम् उनकी प्रशिक्षित टीम, अपर पुलिस अधीक्षक नगर,अपर जिला अधिकारी, मुख्य राजस्व अधिकारी, उपजिलाधिकारी सदर, क्षेत्राधिकारी नगर, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली, प्रतिसार निरीक्षक एवं पुलिस व प्रशासन के सभी अधि0/कर्मचारीगण मौजूद रहे । उक्त के संबंध में जागरूकता एवम् अभ्यास का कार्यक्रम तहसील स्तर पर भी विभिन्न विद्यालयों में संबंधित उपजिलाधिकारी और क्षेत्राधिकारी द्वारा किया गया।