गाज़ीपुर। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के चित्र के साथ अपना आधा चित्र जोड़ने के विवादास्पद प्रयास के विरोध में भारतीय जनता पार्टी, गाज़ीपुर इकाई द्वारा बुधवार को एक विरोध धरना आयोजित किया गया। यह धरना नगर के लंका स्थित डॉ. अंबेडकर पार्क में संपन्न हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं, अनुसूचित मोर्चा के प्रतिनिधियों और स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया।
इस धरने में राज्यसभा सांसद संगीता बलवंत मुख्य रूप से उपस्थित रहीं। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, "बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर न केवल दलित समाज के मसीहा हैं, बल्कि भारतीय संविधान के निर्माता और राष्ट्रीय चेतना के प्रतीक हैं। उनके चित्र को राजनीतिक स्वार्थ के लिए आधा काटकर उसमें अपना चित्र जोड़ना अत्यंत निंदनीय और अपमानजनक है।"
उन्होंने कहा कि यह वही अखिलेश यादव हैं, जो सत्ता में रहते हुए बाबा साहेब और दलित समाज के हितों की लगातार उपेक्षा करते रहे। अब चुनावी लाभ के लिए वे दलित प्रतीकों का दिखावटी उपयोग कर रहे हैं, जिसे दलित समाज कभी स्वीकार नहीं करेगा।
भाजपा नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी की विचारधारा कभी भी सामाजिक न्याय की सच्ची पक्षधर नहीं रही है, और अब वह बाबा साहेब के नाम पर केवल राजनीतिक लाभ उठाने का प्रयास कर रही है।
धरने में भाजपा जिला अध्यक्ष, महिला मोर्चा, अनुसूचित जाति मोर्चा, युवा मोर्चा सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। वक्ताओं ने एक स्वर में अखिलेश यादव से सार्वजनिक माफी की मांग की और कहा कि भाजपा बाबा साहेब के सम्मान की रक्षा के लिए हर स्तर पर संघर्ष करती रहेगी।
कार्यक्रम का समापन बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण व संकल्प के साथ हुआ।