गाजीपुर। जिले के आदर्श बाजार हुसैनपुर गांव में जिला पंचायत द्वारा बनाई जा रही नाली के निर्माण कार्य को ग्रामीणों और ग्राम प्रधान ने गुरुवार को उस समय रोक दिया, जब उन्होंने कार्य में मानक के विरुद्ध निर्माण होते देखा। ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हो रहा है और निर्धारित मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे नाली की सीमेंटेड दीवार बनाने के एक सप्ताह में गिर कर ध्वस्त हो गई।
हुसैनपुर गांव, जो कि विकासखंड सदर के अंतर्गत आता है, वहां जिला पंचायत विभाग की योजना के तहत लाखों की लागत से नाली निर्माण कार्य चल रहा है। लेकिन निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर स्थानीय जनता और जनप्रतिनिधियों में नाराजगी है। ग्राम प्रधान और ग्रामीणों ने जब निर्माण स्थल का निरीक्षण किया, तो उन्होंने पाया कि नाली की गहराई और चौड़ाई दोनों में ही अनियमितता बरती जा रही है। साथ ही, सीमेंट, बालू और गिट्टी की गुणवत्ता पर भी गम्भीर प्रश्न खड़े हुए।
ग्राम प्रधान ने बताया, “हम सब चाहते हैं कि गांव का विकास हो, लेकिन यदि काम में धांधली होगी, तो यह पैसा बर्बाद हो जाएगा। हमने संबंधित अधिकारियों से शिकायत की है और मांग की है कि तकनीकी जांच कराई जाए। जब तक गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं होगा, तब तक काम नहीं शुरू होने देंगे।”
ग्रामीणों ने मौके पर ही निर्माण एजेंसी के कर्मचारियों से बहस की और कार्य को तत्काल रोकवा दिया। कुछ ग्रामीणों ने मोबाइल फोन से निर्माण स्थल की तस्वीरें और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी वायरल किया, जिससे मामला और गर्मा गया। इसके बाद ग्राम प्रधान और कुछ बुजुर्ग ग्रामीण जिलाधिकारी और जे ई से टेलिफोन से शिकायत दर्ज करवाई।
जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा, “जनता की शिकायत जायज़ है तो निर्माण एजेंसी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। शासन की योजना का उद्देश्य जनहित है, न कि भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना।”
गांव के वरिष्ठ नागरिक शंभूनाथ तिवारी ने कहा, “हम वर्षों से देख रहे हैं कि काम शुरू होते ही उसमें गड़बड़ियां शुरू हो जाती हैं। अब समय आ गया है कि जनता खुद खड़ी हो और अपने अधिकारों के लिए आवाज़ बुलंद करे।”
फिलहाल निर्माण कार्य बंद बताया गया है और तकनीकी टीम के निरीक्षण की प्रतीक्षा की जा रही है। यह मामला अब केवल एक गांव का मुद्दा नहीं रहा, बल्कि यह जिला प्रशासन की निगरानी व्यवस्था पर भी सवाल उठा रहा है।