गाजीपुर। जनपद के वरिष्ठ पत्रकार एवं 'आज' समाचार पत्र के ब्यूरो चीफ सत्येंद्रनाथ शुक्ल का सोमवार की शाम वाराणसी स्थित बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान निधन हो गया। वे 67 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से गंभीर बीमारी से ग्रसित थे। उनके निधन की जानकारी वरिष्ठ पत्रकार शशिकांत तिवारी ने दी। यह खबर मिलते ही गाजीपुर सहित समस्त पूर्वांचल के पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ गई।

सत्येंद्रनाथ शुक्ल पत्रकारिता क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित व सम्मानित नाम रहे हैं। उन्होंने लगभग दो दशकों तक 'आज' समाचार पत्र में अपनी सेवाएं दीं और अपने सटीक, निर्भीक एवं जनपक्षीय लेखन से पत्रकारिता को नई दिशा प्रदान की। शुक्ल जी न केवल अपने कार्य में निपुण थे, बल्कि एक अत्यंत सज्जन, सौम्य और परिश्रमी व्यक्तित्व के धनी थे। समाज और पत्रकारिता जगत में उनके योगदान को लंबे समय तक याद रखा जाएगा।

गंभीर रूप से अस्वस्थ होने के कारण उन्हें पहले वाराणसी के अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां हालत बिगड़ने पर उन्हें बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया। तमाम प्रयासों के बावजूद सोमवार की शाम उन्होंने अंतिम सांस ली।

सत्येंद्रनाथ शुक्ल मूल रूप से मोहम्मदाबाद तहसील अंतर्गत गोड़उर गांव के निवासी थे, किंतु उन्होंने अपने परिवार के साथ रौजा स्थित चंदन नगर कॉलोनी में स्थायी निवास बना लिया था। उनके परिवार में एक पुत्र और दो पुत्रियां हैं।

उनके निधन पर यूनाइटेड मीडिया पत्रकार एसोसिएशन के संस्थापक उपेन्द्र यादव और पत्रकार इंद्रजीत सिंह ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि शुक्ल जी का जाना मीडिया जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके व्यक्तित्व में विनम्रता, दृढ़ता और पत्रकारिता के प्रति निष्ठा सदैव झलकती थी।

यूनाइटेड मीडिया कार्यालय पर एक शोकसभा का आयोजन किया गया, जिसमें दिवंगत पत्रकार को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर उपस्थित पत्रकारों ने उनके योगदान को याद करते हुए दो मिनट का मौन रखा। श्रद्धांजलि सभा में आशीष गुप्ता, राजकुमार मौर्य, हिमांशु मौर्य, नीरज यादव, गुड्डू सिंह यादव, उमेश कुशवाहा, दिनेश कुमार, शशि जायसवाल, राजेश यादव, विश्व बंधु कमांडर समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।

 पत्रकार शशिकांत तिवारी ने बताया कि सत्येंद्रनाथ शुक्ल का अंतिम संस्कार 17 जून को गाजीपुर श्मशान घाट पर संपन्न होगा। 

पत्रकारिता को समर्पित एक युग का अंत, लेकिन उनकी स्मृति सदैव अमर रहेगी।