गाजीपुर, जंगीपुर (उत्तर प्रदेश): भारतीय जनता पार्टी द्वारा संविधान निर्माता, भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की स्मृति में 'सम्मान अभियान कार्यशाला' के अंतर्गत अनुसूचित जाति प्रबुद्धजन संपर्क अभियान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद डॉ. संगीता बलवंत ने वीरनों मंडल के ग्राम इंग्लिशपुर, मोलनापुर, हरदहिया एवं तिवारीपुर में जाकर समाज के प्रबुद्धजनों को सम्मानित किया।

डॉ. संगीता बलवंत ने इंग्लिशपुर में रमाशंकर राम, मोलनापुर में सुनील खरवार, हरदहिया में प्रकाश राम व नरेंद्र कुमार तथा तिवारीपुर में डॉ. पारस राम को स्मृति चिह्न और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर केवल संविधान निर्माता ही नहीं, बल्कि मां भारती के सच्चे सपूत थे। उन्होंने समाज में व्याप्त कुप्रथाओं को तोड़ने और समरस समाज की स्थापना के लिए आजीवन संघर्ष किया। बाबा साहब ने वंचित, शोषित, पीड़ित, आदिवासी, महिला एवं गरीब वर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए पूरे जीवन को समर्पित कर दिया।

सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार डॉ. अंबेडकर के विचारों को धरातल पर उतारने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों, विशेषकर कांग्रेस ने बाबा साहब के योगदान की उपेक्षा की, जबकि भाजपा ने उन्हें वास्तविक सम्मान दिलाने का कार्य किया है।

उन्होंने बताया कि मोदी सरकार ने पहली बार सर्वोच्च न्यायालय परिसर में विधि मंत्रालय के अंतर्गत डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर उन्हें विधिक सम्मान प्रदान किया। इसके अतिरिक्त, लंदन स्थित उनके निवास को भारत सरकार ने स्मारक और सांस्कृतिक केंद्र में तब्दील किया। साथ ही बाबा साहब के जीवन से जुड़े पांच स्थलों महू, नागपुर, दिल्ली, मुंबई और लंदन को ‘पंचतीर्थ’ के रूप में विकसित किया गया है।

कार्यक्रम में भाजपा मंडल अध्यक्ष श्री सुरेश गिरी, महामंत्री श्री विपिन उपाध्याय, श्री सत्यप्रकाश, श्री राजेश बिंद, श्री रंजीत कुमार, श्री ओमप्रकाश बलवंत सहित अनेक पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम के माध्यम से भाजपा ने समाज के प्रबुद्ध वर्ग से संवाद स्थापित कर बाबा साहब के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प दोहराया।

यह आयोजन न केवल डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि देने का माध्यम बना, बल्कि समाज में समानता, समरसता और न्याय के उनके संदेश को भी मजबूती से प्रस्तुत करने का प्रयास रहा।