वाराणसी, 08 फरवरी 2025: सारनाथ के परिसर में बुद्धा बोधिसत्व अम्बेडकर इण्टरनेशनल सेंटर के निर्माण हेतु समिति का गठन किया गया। इस समिति में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर लोगों को सर्वसम्मति से नियुक्त किया गया, जो इस ऐतिहासिक परियोजना के सफल क्रियान्वयन में अहम भूमिका निभाएंगे।

समिति के अध्यक्ष अशोक कुमार प्रबुद्ध ने अपने संबोधन में कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य न केवल बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के सपनों को साकार करना है, बल्कि समाज के हर वर्ग को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक और संवेदनशील बनाना भी है। उन्होंने यह भी कहा कि 1938 से लेकर 1956 तक बाबा साहेब ने समाज की उन्नति और समग्र विकास के लिए एक स्थायी इमारत का सपना देखा था, और अब वह सपना साकार होने के बेहद करीब है।

अध्यक्ष ने यह भी कहा कि इस केंद्र के निर्माण से समाज के लोग अपने अधिकारों के प्रति अधिक सचेत होंगे और वे बाबा साहेब के मिशन को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित होंगे। इस केंद्र का उद्देश्य समाज में शिक्षा और जागरूकता फैलाना है, ताकि लोग मुख्यधारा में शामिल हो सकें और समाज की प्रगति में योगदान दे सकें।

समिति के अन्य सदस्यों ने भी अपने-अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करने का संकल्प लिया। महासचिव उमेश प्रताप सिंह दिनकर ने कहा कि इस परियोजना को सफल बनाने के लिए सभी सदस्य पूरी तन्मयता से काम करेंगे। कोषाध्यक्ष मोहन जी बौद्ध और उप महासचिव भानूप्रताप सिंह ने इस कार्य को समाज की भलाई के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया और जल्द से जल्द इसे पूरा करने का वादा किया।

समिति में कई अन्य सदस्य भी शामिल किए गए, जिनमें गोपाल प्रबुद्ध, कुंवरपाल गौतम, विजय अम्बेडकर, शैलेन्द्र कुमार, शिवकुमार, रवि कुमार, महेन्द्र कुमार, विजय कुमार, विनोद कुमार, डॉ. प्रमोद कुमार गौतम, ई. शिवमूरत बौद्ध, विवेक कुमार रंजन, प्रमोद कुमार बौद्ध, सुभाष चंद्र बोस, और विजय कुमार राव जैसे प्रबुद्ध और सक्रिय सदस्य शामिल हैं।

इस मौके पर यह भी कहा गया कि केंद्र के निर्माण के बाद यह स्थल न केवल समाज के सभी वर्गों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बनेगा, बल्कि यह बाबा साहेब के आदर्शों को फैलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।