कासिमाबाद। कोतवाली क्षेत्र के सदर ब्लाॅक गेट के सामने तेज रफ्तार एक कार बैक करते समय सरिया की दुकान में घुस गई। हादसे में सरिया का रिंग बना रहे राम अवध राजभर (45) की मौत हो गई जबकि तीन मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद चालक कार छोड़कर भाग गया। घटना से आक्रोशित परिजनों एवं ग्रामीणों ने दोपहर 2.30 बजे से शव रखकर कासिमाबाद- रसड़ा मार्ग जाम कर दिया। शाम 6.05 बजे एसडीएम लोकेश कुमार और सीओ शुभम वर्मा के समझाने- बुझाने और आश्वासन पर जाम समाप्त हुआ। इसके बाद पुलिस शव को कब्जे में ले पाई।कोतवाली प्रभारी सुरेश ने बताया कि दुकानदारों से पूछताछ में पता चला कि धरवारकला गांव निवासी रामअवध राजभर, राम विलास राजभर, सुरेश राजभर और शंकर राजभर ब्लॉक के प्रवेश द्वार के पास सरिया की दुकान पर सरिया का रिंग बनाने का काम करते हैं। दोपहर 2.05 बजे एक तेज रफ्तार कार आई और अनियंत्रित होकर ब्लाॅक गेट के पास खड़ी कार से टकरा गई। यह देख चालक हड़बड़ा गया और कार बैक करने लगा। इस दौरान कार की रफ्तार इतनी बढ़ गई कि टीनशेड में चल रही सरिया की दुकान में रिंग बना रहे चार मजदूरों को चपेट में ले लिया। हादसे के बाद चालक मौके से भाग गया। दुर्घटना में घायल रामअवध राजभर की मौके पर ही मौत हो गई जबकि राम विलास राजभर, सुरेश राजभर और शंकर राजभर घायल हो गए। आसपास के दुकानदारों ने घायलों को निजी अस्पताल पहुंचाया। वहां से डाॅक्टरों ने सीएचसी भेज दिया। वहां घायलों का उपचार चल रहा है
उधर, घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने ब्लाॅक गेट के सामने शव रखकर दोपहर 2.30 बजे रसड़ा- कासिमाबाद मार्ग जाम कर दिया। पुलिस समझाने का प्रयास करती रही, लेकिन तत्काल मुआवजे की मांग पर ग्रामीण अड़े रहे। हादसा और मार्ग जाम की सूचना पर पहुंचे कासिमाबाद एसडीएम लोकेश कुमार और सीओ शुभम वर्मा ने घंटों समझाने में जुटे रहे, लेकिन बात नहीं बनी। शाम 6.05 बजे एसडीएम और सीओ के आश्वासन पर परिजन व ग्रामीण माने।
इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सीओ शुभम वर्मा ने बताया कि हादसे की सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई है। समझाने- बुझाने और आश्वासन पर जाम समाप्त हो गया है। शव को कब्जे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर चालक की तलाश शुरू कर दी है।

