इस अवसर पर एफपीओ जम्मिया नेचुरल फेड फार्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन, खंड भवरकोल नेचुरल फूड फार्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन के कुल 150 से अधिक किसान सदस्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम में एफपीओ के शेयरधारकों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से खेती करने, जैविक विधियों को अपनाने तथा रसायन मुक्त उत्पादन की महत्ता पर विस्तृत जानकारी दी गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ. जे. पी. सिंह ने की। साथ ही कार्यक्रम में विशेषज्ञों की टीम ने किसानों को प्रशिक्षण दिया, जिसमें डॉ. ए. के. सिंह (वरिष्ठ वैज्ञानिक, पशुपालन), डॉ. नरेंद्र प्रताप (वैज्ञानिक, पादप प्रजनन), डॉ. शशांक सिंह (वैज्ञानिक, बागवानी), डॉ. पंकज कुमार, तथा पीडब्ल्यूसी के अधिकारी राहुल गौतम, एवं NMNF ट्रेनर सुनील कुमार कुशवाहा शामिल थे।
प्रशिक्षण सत्र में किसानों को बताया गया कि प्राकृतिक खेती न केवल भूमि की उर्वरता को बनाए रखती है, बल्कि पर्यावरण के संरक्षण और मानव स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। इसके माध्यम से खेती की लागत को कम कर बेहतर उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है।
कार्यक्रम का समापन किसानों के प्रश्नोत्तरी सत्र से हुआ, जिसमें उन्होंने उत्साहपूर्वक भाग लिया और प्राकृतिक खेती से जुड़ी अपनी जिज्ञासाएं साझा कीं। इस प्रकार यह प्रशिक्षण कार्यक्रम किसानों के लिए न केवल ज्ञानवर्धक रहा बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और टिकाऊ खेती के लिए प्रेरित भी किया।