गाज़ीपुर। गाजीपुर नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही के कारण शहर की महत्वपूर्ण सड़कों पर स्ट्रीट लाइट्स की बंदी ने अंधेरे का वातावरण बना दिया है। खासकर एस एन पैलेस से लेकर मेडिकल कॉलेज होते हुए विकास भवन चौराहा और भूतिया ताड़ तक की सड़क पर पिछले एक सप्ताह से शाम के समय स्ट्रीट लाइट्स का काम करना बंद हो गया है। इस कारण, रात होते ही यह पूरी सड़क अंधेरे में डूब जाती है, जिससे शहरवासियों के लिए जोखिम बढ़ जाता है।
यह सड़क न केवल यातायात के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यहां मेडिकल कॉलेज का हॉस्टल भी स्थित है, जहां कई महिलाएं और छात्राएं रहती हैं। दिन के समय तो कोई खास खतरा नहीं रहता, लेकिन रात के समय अंधेरे के कारण महिला सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता है। अंधेरे का फायदा उठाकर नशेड़ी लोग सड़क पर अपनी महफिल जमाते हैं और किसी भी अप्रिय घटना को अंजाम दे सकते हैं। यह स्थिति सिर्फ स्थानीय निवासियों के लिए ही नहीं, बल्कि मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं के लिए भी चिंता का विषय बन चुकी है।
नगर पालिका प्रशासन ने इस समस्या को नजरअंदाज किया है और संबंधित विभागों को इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम उठाने के निर्देश नहीं दिए हैं। इसके परिणामस्वरूप, इस सड़क पर विद्युत सप्लाई की लगातार समस्या बनी हुई है, जिससे न केवल अंधेरा है बल्कि सुरक्षा का भी गंभीर संकट उत्पन्न हो रहा है।
यह सवाल उठता है कि यदि इस अंधेरे के कारण कोई अप्रिय घटना या दुर्घटना होती है, तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा? प्रशासन की इस लापरवाही के चलते शहरवासियों की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं रह गई है। अगर अधिकारियों को इस गंभीर समस्या का हल तुरंत नहीं मिलता, तो आने वाले समय में न केवल अपराधों में वृद्धि हो सकती है, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं में भी इजाफा हो सकता है।
गाजीपुर नगर पालिका प्रशासन को तुरंत इस दिशा में कदम उठाना चाहिए और सड़क पर स्ट्रीट लाइट्स की व्यवस्था बहाल करनी चाहिए, ताकि शहरवासियों का जीवन सुरक्षित रह सके।

