गाजीपुर। गाजीपुर में स्थित जनरल लार्ड कार्नवालिस का मकबरा न केवल एक ऐतिहासिक धरोहर है, बल्कि अब यह एक नए विवाद का केंद्र बन गया है। ऐतिहासिक महत्व रखने वाले इस स्मारक पर ऑनलाइन टिकट व्यवस्था के नाम पर बडे़ पैमाने पर नगद वसूली की जा रही है।
जनरल लार्ड कार्नवालिस, जो ब्रिटिश साम्राज्य के महत्वपूर्ण सैन्य कमांडर रहे, उनके मकबरे में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के तहत प्रवेश शुल्क लिया जाता है। भारतीय आगंतुकों के लिए ₹20, विदेशी पर्यटकों के लिए ₹250, और सार्क तथा बिम्सटेक देशों के नागरिकों के लिए ₹20 शुल्क निर्धारित किया गया है। यह शुल्क ऑनलाइन भुगतान के माध्यम से लिया जाता है, लेकिन पत्रकारों द्वारा की गई पड़ताल में यह खुलासा हुआ कि कर्मचारी नगद वसूली भी कर रहे हैं, जो नियमों के खिलाफ है।
18 नवंबर 2024 को जब पत्रकारों ने मौके पर जाकर पड़ताल की, तो यह पाया कि पर्यटकों से ₹25 अतिरिक्त नगद लिया जा रहा था, और वह भी बिना किसी रसीद के। इस दौरान पत्रकारों ने कई पर्यटकों से बातचीत की, जिन्होंने बताया कि उन्हें ऑनलाइन शुल्क के अलावा अतिरिक्त ₹25 नगद देने के लिए कहा गया था। यह राशि किसी भी आधिकारिक रिकॉर्ड में दर्ज नहीं की जा रही थी।
जब पत्रकारों ने इस मामले की जानकारी स्थानीय इंचार्ज से ली, तो वह मौके पर नहीं मिले। बाद में मोबाइल फोन पर संपर्क करने पर इंचार्ज ने दावा किया कि प्रवेश शुल्क केवल ऑनलाइन लिया जाता है। वहीं, मौके पर उपस्थित दो एमटीएस कर्मचारी, अमित सिंह और विकास सिंह, इस मामले पर कुछ भी बोलने से बचते रहे।
यह पूरी घटना जनरल लार्ड कार्नवालिस मकबरे के प्रबंधन में भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं का संकेत देती है, जो पर्यटन स्थल की इमेज को नुकसान पहुंचा सकती है। अब यह देखना है कि संबंधित विभाग इस मामले पर कार्रवाई करता है या नहीं।