ग्राम विकास  अधिकारी के लापरवाही के वजह से टला सरकारी सस्ते गले की दुकान का चुनाव


सचिव सुनील सिंह पर लगा घूसखोरी का बड़ा आरोप

आक्रोशित जनता से बचने के लिए अधिकारी घुसे कमरे में,पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा


पुलिस के सूझबूझ से बड़ी घटना टली

गाजीपुर/जखनिया: गाजीपुर जिले के मनिहारी ब्लॉक अंतर्गत सबसे बड़ी ग्राम सभा सौरी में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान का चैन होना सुनिश्चित किया गया था।

जिसमें सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान लेने के लिए तीन पक्ष आवेदन किए हुए थे। 

पहले समूह मां चंडिका स्वयं सहायता समूह,दूसरा डॉक्टर भीमराव अंबेडकर स्वयं सहायता समूह एवं अन्य लोगों ने आवेदन किया था जिसमें प्रमुख रूप से मां चंडिका स्वयं सहायता समूह के बढ़ती भीड़ को देखते हुए सचिव सुनील कुमार सिंह के द्वारा शासनादेश जो पहले बताया गया था।

उसे सीधा उल्टा कर दिया गया सचिव की दोहरी बातों को सुनकर मां चंडिका सहायता समूह व अन्य सहायता समूह उग्र हो गया। 

जानकारी तो तब मिली जब खंड विकास अधिकारी मनिहारी के द्वारा शासनादेश को पढ़ा गया तो सचिव के द्वारा बताया गया सारी बातें गलत निकली।

इसको लेकर अक्रोसित जनता सचिव सुनील सिंह के भड़क उठी।

वही खंड विकास अधिकारी  अनुराग राय जी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इसमें सरासर सचिव की गलती है सचिव को पहले शासनादेश पंचायत भवन पर चश्पा कर देना चाहिए था।

एवं जब डुगडुगी बजाने की बात चल रही थी उस समय शासनादेश को लोगों के बीच रखना चाहिए था।

खंड विकास अधिकारी मनिहारी ने यह भी कहा मे ऊपर के अधिकारियों से बातचीत करके दोबारा चुनाव का दिन रखूंगा।

एवं सुनील कुमार सिंह को इस गांव सभा से तत्काल हटाने की बात करेंगे। 

क्योंकि अगर यह सचिव इस ग्राम सभा में रहे तो भविष्य में बड़ी घटना होने की संभावना है। 

उन्होंने यह भी बताया कि ग्राम सभा सौरी में जल्द ही कोई नए सचिव को नियुक्त  किया जाएगा।

जिस किसी तरह अक्रोसित जनता काबू में आई।

मुख्य रूप से मां चंडिका स्वयं सहायता समूह के तरफ से मध्यस्थता कर रहे पूर्व प्रधान अनिल चौबे प्रशांत चौबे एवं अन्य ग्राम वासियों ने इस बात का समर्थन किया। 

जिससे कि सौरी ग्राम सभा में बड़ा हादसा होते-होते टला। 

वही प्रशांत चौबे ने कहा कि सचिव सुनील सिंह बहुत बड़े घूसखोरी किस्म के अधिकारी हैं।

इनका सारा रिकॉर्ड मेरे पास मौजूद है यही नहीं ग्राम सभा में जितने भी आवास आवंटित हुए हैं उन सभी लोगों से 20-20 हजार रुपए ले चुके हैं।

इसका भी रिकॉर्ड मेरे पास मौजूद है।

इस बात को जब ग्रामीण सुने तो उन्होंने कहा कि यह बात सत्य है कहीं भी कहना होगा हम चलकर कह देंगे। 

पुलिस के सूझबूझ के कारण जैसे शादियाबाद थाना प्रभारी कमलेश कुमार भुड़कुड़ा कोतवाल तारावती एवं नंदगंज थाना प्रभारी प्रमोद कुमार सिंह के सूझबूझ से सौरी गांव में आज बड़ा हादसा टला