गाजीपुर/ दिलदारनगर। भूतपूर्व सैनिक कल्याण एवं विकास समिति की ओर से सोमवार को नगर के एक प्राइवेट स्कूल के सभागार में अध्यक्ष सूबेदार अनुवारुद्दीन खां की अध्यक्षता में भारतीय सशत्र सेना शहीदी दिवस मनाया गया। शहीद ब्रिगेडियर उस्मान और परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद को श्रद्धाजंलि अर्पित की गई। इस दौरान गोड़सरा गांव निवासी लेफ्टिनेंट शहाबुद्दीन खां ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। मुख्य अतिथि कमांडेंट 39 गोरखा ट्रेनिंग सेंटर वाराणसी ब्रिगेडियर राजीव नागयल ने कहा कि देश के सैनिकों पर पर पूरा देश गौरवान्वित महसूस करता है। जवान जब देश की विभिन्न सीमाओं पर प्रहरी के रूप में तैनात रहकर प्राण की आहुति देकर देश की अस्मिता और मान सम्मान की रक्षा कर भारत का गौरव बढ़ाते है। ऐसे सैनिकों पर देश को नाज है। इसी प्रकार सैनिक अपनी सेवा समाप्त करने के बाद गांव में आने पर अनुशासन तरीके से गांव मे एक समाज के दूसरे समाज को जोड़कर गांव को शिक्षित व विकास को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते है। इस मौके पर कर्नल एके सिंह, नारायण सिंह, आरएन सिंह, इम्तियाज अली, आसिफ खां, इब्राहीम खां आदि मौजूद रहे। संचालक शहाबुद्दीन खां ने किया।
देश के सैनिकों पर पूरा देश गौरवान्वित महसूस करता है
गाजीपुर/ दिलदारनगर। भूतपूर्व सैनिक कल्याण एवं विकास समिति की ओर से सोमवार को नगर के एक प्राइवेट स्कूल के सभागार में अध्यक्ष सूबेदार अनुवारुद्दीन खां की अध्यक्षता में भारतीय सशत्र सेना शहीदी दिवस मनाया गया। शहीद ब्रिगेडियर उस्मान और परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद को श्रद्धाजंलि अर्पित की गई। इस दौरान गोड़सरा गांव निवासी लेफ्टिनेंट शहाबुद्दीन खां ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। मुख्य अतिथि कमांडेंट 39 गोरखा ट्रेनिंग सेंटर वाराणसी ब्रिगेडियर राजीव नागयल ने कहा कि देश के सैनिकों पर पर पूरा देश गौरवान्वित महसूस करता है। जवान जब देश की विभिन्न सीमाओं पर प्रहरी के रूप में तैनात रहकर प्राण की आहुति देकर देश की अस्मिता और मान सम्मान की रक्षा कर भारत का गौरव बढ़ाते है। ऐसे सैनिकों पर देश को नाज है। इसी प्रकार सैनिक अपनी सेवा समाप्त करने के बाद गांव में आने पर अनुशासन तरीके से गांव मे एक समाज के दूसरे समाज को जोड़कर गांव को शिक्षित व विकास को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते है। इस मौके पर कर्नल एके सिंह, नारायण सिंह, आरएन सिंह, इम्तियाज अली, आसिफ खां, इब्राहीम खां आदि मौजूद रहे। संचालक शहाबुद्दीन खां ने किया।