पश्चिम बंगाल पंचायत चुनावों में राज्य में बड़े पैमाने पर हिंसा की घटनाएं सामने आईं। इन घटनाओं की गंभीरता को समझने के बजाय तमाम राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का खेल खेल रहे हैं। चुनाव आयोग भी जिला प्रशासन को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहा है।