गाज़ीपुर। शहर के सदर अस्पताल गोरा बाजार में इन दिनों मरीजों और उनके तीमारदारों को एक गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग के दूसरे और तीसरे तल पर स्ट्रीट डॉग्स का जमावड़ा लगातार बना हुआ है। यह स्थिति न केवल अस्पताल के वातावरण को असुरक्षित बना रही है, बल्कि मरीजों की जान को भी खतरे में डाल रही है।

बताया जा रहा है कि कुछ ही दिन पूर्व अस्पताल में इलाज के लिए आई एक तीन वर्षीय बच्ची पर आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया और उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस घटना के बाद से मरीजों में भय का माहौल व्याप्त है और तीमारदार अपने परिजनों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।

अस्पताल, जहां लोगों को इलाज और राहत की उम्मीद होती है, वहीं अगर वहां जानवरों का खतरा मंडराने लगे तो यह न केवल स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही दर्शाता है, बल्कि प्रशासन की उदासीनता को भी उजागर करता है। अस्पताल के स्टाफ का कहना है कि इस संबंध में कई बार शिकायतें की जा चुकी हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

मरीजों और आमजन का कहना है कि अस्पताल जैसी जगह पर इस प्रकार की स्थिति का बने रहना गंभीर चिंता का विषय है। खासकर उन मरीजों के लिए जो चलने-फिरने में असमर्थ हैं या छोटे बच्चे जिनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रशासन की है।

ऐसे में जनहित और सार्वजनिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह अत्यंत आवश्यक है कि जिला प्रशासन और नगर निगम इस प्रकरण का त्वरित संज्ञान लें और अस्पताल परिसर से स्ट्रीट डॉग्स को हटाने का समुचित प्रबंध करें। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

जनता की सुरक्षा के लिए प्रशासन का सक्रिय और संवेदनशील रवैया अत्यावश्यक है।