गाजीपुर। जनपद के सनबीम स्कूल महाराजगंज में पहली बार आयोजित सात दिवसीय कथक नृत्य प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन 23 मई 2025 को उत्साह और गरिमा के साथ सम्पन्न हुआ। 17 मई से प्रारम्भ हुई इस कार्यशाला में बच्चों ने न केवल कथक नृत्य की बारीकियाँ सीखी, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक विरासत को आत्मसात भी किया।
इस अवसर पर विद्यालय प्रांगण में एक विशेष समापन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्र के गणमान्य समाजसेवी, मीडिया प्रतिनिधि और कला प्रेमियों की उपस्थिति ने आयोजन को गरिमा प्रदान की। मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध कथक विशेषज्ञ पायल अग्रवाल उपस्थित रहीं, जिन्होंने बच्चों को कथक की विविध शैलियों से परिचित कराया और अत्यंत सराहनीय प्रशिक्षण दिया। उनके साथ-साथ डॉ. डी. पी. सिंह (क्षत्रिय महासभा), डी. डी. श्रीवास्तव (शारदा समाज), अमरनाथ तिवारी (साहित्य चेतना समाज) एवं कुंवर वीरेन्द्र सिंह (समाजसेवक) जैसे प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों ने भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों द्वारा प्रस्तुत शास्त्रीय नृत्य और संगीत से हुई, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रशिक्षिका पायल अग्रवाल, जो कि बिरजू महाराज कथक नृत्य प्रशिक्षण संस्थान, लखनऊ से संबद्ध हैं, ने बच्चों को अत्यंत समर्पण और सजीवता से प्रशिक्षण प्रदान किया। यह आयोजन संस्कृत विभाग के अंतर्गत कथक कला संस्थान, लखनऊ द्वारा किया गया था।
इस समापन कार्यक्रम में प्रेस वार्ता का आयोजन भी किया गया जिसमें स्थानीय मीडिया का उत्साहपूर्वक सहयोग प्राप्त हुआ। मीडिया प्रतिनिधियों ने कार्यक्रम की व्यापक कवरेज करते हुए इसे जनपद के सांस्कृतिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा कि कार्यशाला के समापन के साथ विद्यार्थियों द्वारा स्टार्टअप की पहल के तहत फूड स्टॉल भी लगाए गए। कक्षा 9वीं से 12वीं तक के बच्चों ने अलग-अलग व्यंजनों की दुकानें सजाईं, जिससे उनकी उद्यमशीलता और संगठन क्षमता उजागर हुई।
इस कार्यक्रम की संयोजन की जिम्मेदारी विद्यालय की एकेडमिक हेड सरोन जालान और उप प्रधानाचार्या तहसीन आब्दि ने कुशलतापूर्वक निभाई। इनके साथ ही कोऑर्डिनेटर अनुज, सानिया, सिदरा, सुभदा, इस्टेट इंचार्ज अभिषेक सिंह, अकाउंटेंट आशीष तिवारी, एक्टिविटी इंचार्ज संजू, तथा शिक्षकगण राजेश जालान, संकेत कश्यप, प्रभात तिवारी, नागराज शर्मा ने कार्यक्रम को सुचारू रूप से संपन्न कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
विद्यालय की प्रधानाचार्या अर्चना कुमारी ने सभी प्रतिभागी छात्रों और प्रशिक्षिका को बधाई देते हुए कहा कि विद्यालय सदैव छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों को प्रोत्साहित करता रहा है और आगे भी करता रहेगा। विद्यालय के निदेशक श्री नवीन सिंह ने इस अवसर पर कहा कि शिक्षा के साथ-साथ कला, खेल, और कौशल विकास भी विद्यार्थियों के लिए अनिवार्य हैं।
कार्यक्रम में विद्यालय के चेयरमैन श्री के.पी. सिंह, वाइस चेयरमैन श्रीमती शोभा सिंह, निदेशक मंडल के सदस्य श्री प्रवीण सिंह और श्रीमती स्मिता सिंह सहित समस्त विद्यालय परिवार की उपस्थिति ने आयोजन को सफल और यादगार बना दिया।
यह सात दिवसीय कार्यशाला न केवल एक कला प्रशिक्षण का माध्यम बनी, बल्कि बच्चों के आत्मविश्वास, अभिव्यक्ति और भारतीय संस्कृति के प्रति सम्मान को भी नई दिशा प्रदान कर गई।