गाजीपुर। गाजीपुर जनपद में सदर ब्लाक क्षेत्र के लंका- अंन्धऊ बाईपास मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है। यानी कि गड्ढा युक्त हो गया है। और ये गड्ढा बरसात या बारिश के दिनों में किसी बेगुनाह की जान लेने के लिए काफी साबित हो सकता है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गये हैं। जिससे लोगों को गंदे पानी में घुस कर ही आवागमन करना पड़ रहा है। स्थनीय लोगो का कहना है कि अगर जिंदगी से प्यार है तो इस रास्ते पर आवागमन अपने रिस्क पर करे। क्योंकि सड़क को गड्ढा मुक्त बनाने का सरकारी जुमला अभी जारी है, जन प्रतिनिधियों के पास जनता की समस्या के लिए अभी ध्यान देने का समय नहीं है।

वरना कोई भी विधायक या एमएलसी इस मुख्य बाईपास मार्ग की बदहाली पर लोगो की समस्या का समुचित निदान यथा संभव करवाने मे मदद किया होता। वही देखा जाए तो लोकप्रिय योगी सरकार की लोकप्रियता को बर्बाद करने को आतुर जिले के ज़िम्मेदार अधिकारी मूक दर्शक बने हुए हैं। मुख्यमंत्री के गड्ढा मुक्त सड़को के आदेश की अवहेलना कौन कर रहा है? आप खुद ही समझ सकते है। और ये, जो जानलेवा बन गए हैं। यहां से गुजरने में लोग दहशत खा रहे। मौत को दावत दे रहे हैं। लंका अंन्धऊ बाईपास जिला मुख्यालय को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग होने के चलते रोजाना बड़ी संख्या में आवागमन होता रहता हैं। ऐसे में जिम्मेदार अधिकारियो की जरा सी लापरवाही, किसी अप्रिय घटना को अंजाम दे सकती है। लोग बताते हैं कि सख्त तेवर की ईमानदार और तेज तर्रार जिलाधिकारी किसके दबाव में सख्त निर्देश विभागीय अधिकारियो को नहीं दे पा रही है। सड़क को सही नहीं  करवा पा रही है। सरकार 15 जून तक सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का फरमान जारी किया था। तय समय निकल गया, लेकिन ये फरमान पूरा नहीं हो पाया। हकीकत में गाजीपुर की  लगभग 60 फीसदी सड़कें भी गड्ढामुक्त नहीं हो पाईं। हालांकि इसमें कोई शक नहीं कि सरकार के फरमान के बावजूद भी मार्गों के गड्ढे भरने का काम लंबे समय बाद भी नहीं हो पाया। योगी सरकार गड्ढा मुक्त सड़क की समय- सीमा बढ़ती गई, लेकिन अब तक गाजीपुर पूर्ण रूप से गड्ढा मुक्त नहीं हो पाया। रही बात शहरी इलाकों की तो लोगों के अनुसार शहर की ज्यादातर सड़को को सीवर लाइन के नाम पर खोद कर हड़प्पा सभ्यता की खुदाई जैसा बना कर जीवन को कठिनाई मे तब्दील कर दिया गया है। असुविधाओ में तब्दील कर दिया गया है। लोगो को दुर्घटना ग्रस्त करने के लिए बना दिया गया है। लोगो को कीड़ा- मकोड़ा समझा जा रहा है। अगर कोई भी व्यक्ति सही काम के लिए आवाज उठाएगा, तो उसकी जिंदगी या जुबान क्या करवा दी जाएगी? ये आप लोगो को पता ही होगा।