नीतीश कुमार हो सकते हैं नए उप राष्ट्रपति
(डा.अरविंद गांधी - वरिष्ठ पत्रकार)
एडवोकेट, उच्च न्यायालय इलाहाबाद
भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक से दिये गये इस्तीफे का,क्या मतलब निकाला जाए.? प्रथम कारण 1. स्वास्थ्य कारण (आधिकारिक तर्क) ,धनखड़ ने संविधान के अनुच्छेद 67(a) के तहत अपने इस्तीफे में सिर्फ "स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना" और "डॉक्टरी सलाह" का हवाला दिया है,ज्ञातव्य हो कि मार्च में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को उनको सीने में दर्द हुआ था जिससे उन्हें अस्पताल में भर्ती भी रहना पड़ा था । दूसरा कारण 2. राजनीतिक मतभेद या सियासी दबाव भी हो सकते हैं। विपक्ष का आरोप है कि यह केवल स्वास्थ्य कारण नहीं, बल्कि बीच में कुछ गंभीर ख़ास राजनीतिक घटना हुई है,
खासकर राजनैतिक गलियारों में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि श्री धनखड़ ने राज्यसभा में जस्टिस वर्मा को हटाने की विपक्षी नोटिस को स्वीकार किया जाना था, जो सरकार की रणनीति के विपरीत है और उससे मेल नहीं खाता था ।तीसरा कारण 3. सरकार-नियंत्रण और संसदीय विसंगति भी हो सकती है,ऐसा माना जा रहा है कि सरकार इस मुद्दे ( न्यायपालिका पर कार्यवाही ) को अपने तरीके से संचालित करना चाहती थी,लेकिन उपराष्ट्रपति के कदम के कारण स्थिति अप्रत्याशित हो गई ,जिसके बाद उनके खिलाफ कई विलंबित अविश्वास प्रस्ताव चलाने की चर्चाएं शुरू हो गईं,जिससे वे इस्तीफा देने को विवश हुए ।चौथा कारण 4. बीजेपी के आंतरिक समीकरण और उत्तराधिकारी की तैयारी से जोड़कर देखा जा रहा है,बीजेपी अभी उपराष्ट्रपति के पद के लिए नए चेहरे की तलाश में है उम्मीदवार के रूप में हरिवंश नारायण सिंह, किरेन रिजिजू, या नितीश कुमार जैसे नाम चर्चा की चर्चा राजनैतिक गलियारों में जोरों पर है।ऐसा भी अनुमान लगाया जा रहा है कि यह इस्तीफा राजनीतिक रणनीति का हिस्सा हो सकता है, ताकि बिहार चुनाव या 2029 लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सही समय पर नया चेहरा लाया जा सके ।इस्तीफे का क्या मतलब निकाला जाए, स्वास्थ्य यह एक वैध और संवैधानिक आधार है,जिसे इस्तीफे में औपचारिक रूप से प्रस्तुत किया गया।
राजनीतिक संयोग इस्तीफे का समय ( मॉनसून सत्र की शुरुआत, विपक्ष नोटिस ) इस ओर इशारा करता है कि इसमें सियासी खेल और शायद दबाव भी शामिल हैं।
भाजपा रणनीति अंदरूनी समीकरण ठीक करने और चुनावी तौर पर जिम्मेदार नियुक्तियों की तैयारी में लग सकती है। आगे क्या हो सकेगा?
अब 60 दिनों के भीतर नए उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया चलेगी ,राज्यसभा की अध्यक्षता फिलहाल डिप्टी चेयरमैन हरिवंश संभालेंगे। राजनीतिक हलकों में कहा जा रहा है कि अगले उपराष्ट्रपति की नियुक्ति भाजपा की आगामी चुनावी रणनीति से प्रभावित हो सकती है ।राजनैतिक सूत्रों और राजनैतिक गलियारों में चर्चाओं के अनुसार नीतीश कुमार हो सकते हैं नए उप राष्ट्रपति।
उपराष्ट्रपति के स्वास्थ्य–आधिकारिक कारण को खारिज नहीं कर सकते, लेकिन राजनीतिक दौर,संसदीय घटनाक्रम, और पार्टी के रणनीतिक निर्णय स्पष्ट संकेत देते हैं कि यह इस्तीफा राजनीतिक मोड़ों पर आधारित है ,इस लेख को अगले उपराष्ट्रपति को 2027–2029 के चयन के दृष्टिगत रखते हुये चुनावी दृष्टिकोण से पढ़ा जाना चाहिए(वि स)।