गाज़ीपुर: महिला सहायता प्रकोष्ठ और परिवार परामर्श केंद्र, गाज़ीपुर ने 09 जनवरी 2025 को एक महत्वपूर्ण पहल के तहत परिवारिक विवादों के निपटारे के लिए मध्यस्थता प्रक्रिया का आयोजन किया। इस आयोजन का मार्गदर्शन पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा के कुशल नेतृत्व में किया गया। इस दौरान पति-पत्नी के विवाद से संबंधित कुल 07 प्रकरणों की सुनवाई की गई।

इन 07 प्रकरणों में से 01 विवादित प्रकरण को मध्यस्थता के माध्यम से सुलझाया गया, जिसमें दोनों पक्षों को बिना किसी दबाव के बैठाकर राजी-खुशी से गिले-शिकवे भुलाकर विदाई करवाई गई। यह एक सकारात्मक उदाहरण था कि कैसे परिवारों के बीच समझदारी और आपसी सम्मान के साथ विवादों का समाधान किया जा सकता है।

इसके अलावा, 02 प्रकरणों में सफलता मिलने पर पत्रावली को बंद कर दिया गया, जबकि 04 प्रकरणों में अभी मध्यस्थता पूरी नहीं हो पाई और अगली तिथि निर्धारित की गई।

इस सफलता के पीछे प्रमुख योगदान पुलिस विभाग के कर्मियों और काउंसलरों का था, जिनमें उप निरीक्षक शशिधर मिश्रा, महिला मुख्य आरक्षी सुनीता गिरी, महिला आरक्षी संध्या, महिला आरक्षी रागिनी चौबे, आरक्षी शिव शंकर यादव और काउंसलर सोनिया सिंह प्रमुख थे। इन सभी की मेहनत और समर्पण से यह प्रक्रिया सुगम हुई और परिवारों के बीच समझौते का रास्ता खुला।

यह पहल गाज़ीपुर में महिला सहायता प्रकोष्ठ की प्रभावी कार्यशैली का उदाहरण प्रस्तुत करती है, जो समाज में शांति और सामंजस्य स्थापित करने की दिशा में अहम कदम है।